रक्षाबंधन पर कुछ कविताएँ – Poem on Raksha Bandhan in Hindi
Poem – 1
बहन भाई के लिए बहुत खास है
लाया खुशियों की बहार है
रेशम के धागे से बंधा प्यार है।
कुमकुम का तिलक लगाती हैं
अपने प्यारे हाथों से
भाई को मिठाई खिलाती है।
रेशम का धागा बांधती है
बदले में भाई से रक्षा का
अनमोल वायदा पाती है।
बहनों के लिए लाते हैं
तोहफे में क्या मिलने वाला है
बहनें उत्सुक रहती हैं।
सलामती की दुआ करती है
खुश रहो तुम सदा भैया
यही प्रार्थना करती है।
होता अटूट विश्वास है
रेशम के धागे से ये
बंधा हुआ त्यौहार है।
Poem – 2
हर सावन में आती राखी,
बहना से मिलवाती राखी…
चाँद सितारों की चमकीली,
कलाई को कर जाती राखी…
जो भूले से भी ना भूले,
मनभावन क्षण लाती राखी,
अटूट-प्रेम का भाव धागे से
हर घर में बिखराती राखी…
सारे जग की मूल्यवान
चीजों से बढकर भाती राखी.
सदा बहन की रक्षा करना,
भाई को बतलाती राखी.
Poem – 3
प्रीत के धागो के बंधन में,
स्नेह का उमड़ रहा संसार,
सारे जग में सबसे सच्चा,
होता भाई बहन का प्यार,
नन्हे भैया का है कहना,
राखी बांधो प्यारी बहना..
सावन की मस्तीली फुहार,
मधुरिम संगीत सुनती है,
मेघों की ढोल ताप पर,
वसुंधरा मुस्काती है…
आया सावन का महीना,
राखी बांधो प्यारी बहना.
धरती ने चाँद मामा को.
इंद्रधनुषी राखी पहनाई,
बिजली चमकी खुशियों से,
रिमझिम जी ने झड़ी लगाई..
राजी ख़ुशी सदा तुम रहना,
राखी बाँधों प्यारी बहना.
Poem – 4
कैसी भी हो एक बहन होनी चाहिये
बड़ी हो तो माँ-बाप से बचाने वाली
छोटी हो तो हमारे पीठ पीछे छुपने वाली
बड़ी हो तो चुपचाप हमारे पॉकेट में पैसे रखने वाली
छोटी हो तो चुपचाप पैसे निकाल लेने वाली
छोटी हो या बड़ी छोटी-छोटी बातों पे
लड़ने वाली एक बहन होनी चाहिये
खुद से ज्यादा हमे प्यार करने वाली
एक बहन होनी चाहिये
Poem – 5
प्रीत के धागो के बंधन में,
स्नेह का उमड़ रहा संसार,
सारे जग में सबसे सच्चा,
होता भाई बहन का प्यार,
नन्हे भैया का है कहना,
राखी बांधो प्यारी बहना
सावन की मस्तीली फुहार,
मधुरिम संगीत सुनती है,
मेघों की ढोल ताप पर,
वसुंधरा मुस्काती है
आया सावन का महीना,
राखी बांधो प्यारी बहना.
धरती ने चाँद मामा को.
इंद्रधनुषी राखी पहनाई,
बिजली चमकी खुशियों से,
रिमझिम जी ने झड़ी लगाई..
राजी ख़ुशी सदा तुम रहना,
राखी बाँधों प्यारी बहना.
Poem – 6
राखी हर सावन में आती राखी, बहना से मिलवाती राखी… चाँद सितारों की चमकीली, कलाई को कर जाती राखी… जो भूले से भी ना भूले, मनभावन क्षण लाती राखी, अटूट-प्रेम का भाव धागे से हर घर में बिखराती राखी… सारे जग की मूल्यवान चीजों से बढकर भाती राखी. सदा बहन की रक्षा करना, भाई को बतलाती राखी !!
Poem – 7
आज बहन ने बड़े प्रेम से
रंग बिरंगा चौक बनाया
इसके बाद चौक के ऊपर
अपने भैया को बिठाया
रंग बिरंगी राखी बाँधी
फिर सुंदर सा तिलक लगाया
गोल गोल रसगुल्ला खाकर
भैया मन ही मन मुस्कुराया
थाल सजाकर दीप जलाकर
भैया की आरती उतारी
मन ही मन में कहती बहना
भैया रखना लाज हमारी
करना सदा बहन की रक्षा
भैया तुमको समझता है
कच्चे धागों का ये बंधन
रक्षा बंधन कहलाता है
“भाई बहन उतने ही करीब होते है
जितना की हमारी दोनों आँखे”
Poem – 8
प्रीत के धागों के बंधन में,
स्नेह का उमड़ा रहा संसार
सारे जग में सबसे सच्चा
होता भाई बहन का प्यार
नन्हे भैया का है कहना
राखी बंधो प्यारी बहना
सावन की मस्तिली फुहार
मधुरित संगीत सुनती है
मेघो की ढोल ताप पर,
वसुंधरा मुस्कुराती है
आया सावन का महिना
राखी बांधो प्यारी बहना
धरती ने चंदा मामा को
इन्द्रधनुष राखी पहनाई
बिजली चमकी खुशियों से,
रिमझिम जी ने झड़ी लगाई
राजी खुशी सदा तुम रहना
राखी बांधो प्यारी बहना
“आज का दिन बहुत ख़ास है
बहना के लिए बहुत कुछ मेरे पास है
तेरे सुकून की खातिर ओ बहना
तेरा भाई हमेशा तेरे पास है”
इस आर्टिकल को जितना हो सके उतना फेसबुक, ट्विटर, गूगल+ और व्हाट्सएप्प पर शेयर जरुर करें जिससे आप जैसे और भी भाई बहन इसको लिख सके और रक्षाबंधन एन्जॉय कर सके. आप सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें. 🙂
No comments:
Post a Comment